Published by: Roshan Soni
Updated on: Wednesday, 01 jan 2025
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Introduction (परिचय)
बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड ने हाल ही में अपना नया एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है, जिसमें छात्रों के लिए नई सुविधाओं और महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की गई है। इस एकेडमिक कैलेंडर में खासतौर पर चार प्रमुख सरकारी छुट्टियों को शामिल किया गया है, जिनमें होली, दशहरा, दीवाली और छठ पर्व की छुट्टियाँ शामिल हैं। इसके अलावा, विद्यार्थियों के लिए छुट्टियों की कुल संख्या भी बढ़ाई गई है। इस ब्लॉग में हम आपको बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के नए एकेडमिक कैलेंडर की सभी महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, साथ ही इसके फायदे और बदलावों पर भी विस्तार से चर्चा करेंगे।
नया एकेडमिक कैलेंडर: क्या है खास?

बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किया गया नया एकेडमिक कैलेंडर विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए कई नए बदलावों के साथ आया है। इसके तहत बोर्ड ने सरकारी छुट्टियों में भी बढ़ोतरी की है, जिससे छात्रों को और अधिक समय मिलेगा। आइये जानते हैं इस एकेडमिक कैलेंडर में क्या-क्या नया है:
- चार प्रमुख सरकारी छुट्टियाँ:
इस बार बोर्ड ने होली, दशहरा, दीवाली और छठ पर्व को मदरसा की छुट्टियों में शामिल किया है। ये सभी छुट्टियाँ बिहार सरकार द्वारा घोषित सरकारी छुट्टियाँ हैं, जिन्हें अब मदरसा शिक्षा बोर्ड में भी मान्यता दी जाएगी। - छुट्टियों का कुल दिन:
नए कैलेंडर के अनुसार, वास्तानिया और फौकानिया के विद्यार्थियों को अब कुल 63 दिन की छुट्टियाँ मिलेंगी। वहीं, मौलवी के विद्यार्थियों को 70 दिन की छुट्टियाँ दी जाएंगी। इस बदलाव से विद्यार्थियों को त्योहारों और पारिवारिक आयोजनों में हिस्सा लेने का अतिरिक्त समय मिलेगा। - क्लास की समयावधि:
बोर्ड ने क्लास के संचालन का समय भी निर्धारित किया है। अब मदरसा में कक्षाएँ सुबह 9:30 बजे से शाम 4 बजे तक चलेंगी, जिसमें विद्यार्थियों को 40 मिनट का लंच ब्रेक मिलेगा। गर्मी के मौसम में यह समयावधि बदलेगी और 1 अप्रैल से 30 जून तक कक्षाएँ सुबह 6:30 से 12 बजे तक होंगी। - समय में बदलाव की संभावना:
बोर्ड ने यह भी कहा है कि सरकारी आदेशों के आधार पर क्लास के समय में बदलाव किया जा सकता है। यह बदलाव मौसम और अन्य प्रशासनिक कारणों के आधार पर किया जाएगा।
मदरसा प्रबंधकों के लिए निर्देश
नए एकेडमिक कैलेंडर के जारी होने के साथ ही बोर्ड ने सभी मदरसा प्रबंधकों को निर्देशित किया है कि वे इस कैलेंडर को डाउनलोड करके अपने मदरसे में चिपकाएँ, ताकि छात्रों और शिक्षकों को समय रहते इसकी जानकारी मिल सके। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि सभी मदरसे के अधिकारी और छात्र एक समान रूप से कैलेंडर को फॉलो करें।
इस एकेडमिक कैलेंडर का असर
बिहार मदरसा शिक्षा बोर्ड का नया एकेडमिक कैलेंडर मदरसा शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके द्वारा छात्रों को पहले की तुलना में अधिक छुट्टियाँ मिलेंगी, साथ ही उनके पढ़ाई के समय में भी संतुलन बनाया जाएगा। यह कदम मदरसा छात्रों को बेहतर तरीके से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर प्रदान करेगा।
- छुट्टियों का बढ़ना:
छुट्टियों की संख्या में बढ़ोतरी से छात्रों को अपने परिवार के साथ त्योहारों और सांस्कृतिक आयोजनों का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा, जो उनकी मानसिक सेहत के लिए भी फायदेमंद होगा। - कक्षा की समयावधि में सुधार:
कक्षाओं के समय में बदलाव और लंच ब्रेक की व्यवस्था छात्रों को ऊर्जा से भरपूर पढ़ाई के लिए प्रेरित करेगी। साथ ही, गर्मी के मौसम में कक्षाएँ सुबह के समय में होने से छात्रों को अधिक ठंडक मिलेगी और उनकी पढ़ाई में कोई विघ्न नहीं आएगा।
निष्कर्ष
बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किया गया नया एकेडमिक कैलेंडर छात्रों के लिए कई नई सुविधाएँ और सुधार लेकर आया है। यह कैलेंडर छात्रों को उनके अध्ययन में सहूलियत देगा और उन्हें सरकारी छुट्टियों का भी अधिक फायदा मिलेगा। इसके अलावा, कक्षा के समय में लचीलापन और बदलाव की सुविधा भी छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगी। मदरसा प्रबंधकों को दिए गए निर्देशों के साथ, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी छात्र और शिक्षक समय से इस कैलेंडर का पालन करें, जिससे बिहार के मदरसा शिक्षा में सुधार होगा और छात्रों की शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ेगी।
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