Published by: Roshan Soni
Updated on: Friday , 22 Nov 2024
हजारीबाग जिले में बरकट्ठा-बगोदर मार्ग पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने खुशियों से भरे शादी समारोह को मातम में बदल दिया। इस हादसे में बुलेट सवार दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना पांतीतीरी मोड़ के पास हुई, जहां तेज रफ्तार गाड़ी की चपेट में आने से दोनों युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद ड्राइवर मौके से फरार हो गया, और हादसे की खबर ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया।
इस लेख में हम आपको इस सड़क दुर्घटना से जुड़े हर पहलू की जानकारी देंगे, जिसमें मृतकों की पहचान, घटना का विवरण, और सड़क सुरक्षा के मुद्दों को भी शामिल किया गया है।
घटना का विवरण
बरकट्ठा-बगोदर मार्ग पर स्थित पांतीतीरी मोड़ पर यह हादसा तब हुआ, जब मनीष कुमार और पप्पू कुमार शादी समारोह में शामिल होने के लिए बुलेट बाइक पर सवार होकर जा रहे थे।
- स्थान: पांतीतीरी मोड़, बरकट्ठा-बगोदर मार्ग
- वाहनों की टक्कर:
- बुलेट (जेएच 02 बीपी 8612) पहले एक वाहन से टकराई।
- इसके बाद बगोदर की ओर से आ रही तेज रफ्तार गाड़ी ने बुलेट सवार युवकों को अपनी चपेट में ले लिया।
- परिणाम: दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतकों की पहचान
- मनीष कुमार:
- पिता: लखन प्रसाद मंडल
- निवासी: कोल्हू बेडम, टाटीझरिया
- पप्पू कुमार:
- पिता: नारायण प्रसाद मंडल
- निवासी: कोल्हू बेडम, टाटीझरिया
- पेशे: डुमर पंचायत में बीएफटी (ब्लॉक फसिलिटेटर टीम) के पद पर कार्यरत थे।
घटना के बाद की स्थिति
हादसे के तुरंत बाद वाहन चालक गाड़ी लेकर फरार हो गया। गोरहर थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और वाहन चालक की तलाश जारी है।
शादी की खुशियां बनीं मातम
यह हादसा उस समय हुआ, जब दोनों युवक शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहे थे। खुशियों से भरा माहौल देखते ही देखते मातम में बदल गया। हादसे की खबर जैसे ही शादी वाले घर तक पहुंची, वहां सन्नाटा पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
गांव में शोक की लहर
मनीष और पप्पू की मौत से उनके परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे गांव में गम का माहौल है। ग्रामीणों ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और सरकार से सड़क सुरक्षा के उपाय बढ़ाने की मांग की।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह सड़क हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा की लापरवाही को उजागर करता है। इस घटना ने निम्नलिखित सवाल खड़े किए हैं:
- तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण क्यों नहीं?
- सड़कों पर ट्रैफिक नियमों का पालन क्यों नहीं हो रहा है?
- दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय क्यों नहीं किए जाते?
हादसे से यह भी साफ है कि सड़क सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। तेज रफ्तार और लापरवाही से हर साल हजारों लोगों की जान चली जाती है।
दुर्घटनाओं से बचाव के उपाय
- तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने के लिए सख्त कानून लागू करें।
- दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर और संकेतक लगाएं।
- लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करें।
- गाड़ियों के फिटनेस और ड्राइवर की ट्रेनिंग पर जोर दें।
निष्कर्ष
हजारीबाग सड़क हादसे ने दो परिवारों को जीवनभर का दर्द दे दिया। यह घटना न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक त्रासदी बन गई। यह हादसा एक चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है।
हमारी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। इस लेख के जरिए हम प्रशासन और लोगों से अपील करते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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