लेखक :- Roshan Kumar Soni
कैटेगरी :- स्वास्थ्य | सिंधु जल समझौता
Publish Date :- Saturday , 26 April 2025
Indus Waters Treaty Dispute | भारत-पाक तनाव | बिलावल की धमकी | सिंधु जल विवाद 2025
Contents
HighLights:
- पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते पर पुनर्विचार की बात कही
- बिलावल भुट्टो ने कहा – “या तो पानी बहेगा या खून”
- पाकिस्तान ने भारत को युद्ध की धमकी दी
- सिंधु जल समझौता वर्षों से दोनों देशों के बीच पानी का बंटवारा करता आया है
क्या है मामला?
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ लंबे समय से चले आ रहे सिंधु जल समझौते पर पुनर्विचार का फैसला किया है। इसी के बाद पाकिस्तान की ओर से भड़काऊ बयान आने शुरू हो गए हैं।

पीपीपी नेता और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत को धमकाते हुए कहा – “अगर भारत ने सिंधु का पानी रोका, तो फिर या तो नदी में पानी बहेगा या खून।”
सिंधु जल समझौता क्या है?
सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता से हुई थी। इसके अनुसार:
- सिंधु, झेलम, चिनाब का पानी पाकिस्तान को
- रावी, ब्यास, सतलुज का पानी भारत को दिया गया
- संधि में आपसी बातचीत और निरीक्षण की व्यवस्था भी है
हालांकि, भारत अब इस समझौते से पीछे हटने की बात कर रहा है, खासकर लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बाद।
पाकिस्तानी नेताओं की धमकीभरी भाषा
बिलावल भुट्टो के साथ-साथ पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी कमिटी (NSC) और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी कहा है कि अगर भारत ने पानी रोका, तो उसे “युद्ध की घोषणा” माना जाएगा।
पाकिस्तान इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी ले जाने की बात कर रहा है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs):
Q1. सिंधु जल समझौता कब हुआ था और क्या है इसका उद्देश्य?
👉 यह 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच नदियों के जल का न्यायपूर्ण बंटवारा सुनिश्चित करना था।
Q2. क्या भारत सिंधु का पानी रोक सकता है?
👉 भारत को समझौते के तहत केवल तीन पूर्वी नदियों का अधिकार है। लेकिन अब भारत संधि से बाहर निकलने की बात कर रहा है।
Q3. पाकिस्तान क्यों दे रहा है युद्ध की धमकी?
👉 पाकिस्तान को डर है कि भारत अगर सिंधु का पानी रोकता है तो उसकी कृषि और जल आपूर्ति पर असर पड़ेगा, इसलिए वो आक्रामक भाषा अपना रहा है।
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