तीन बार आया हिमस्खलन: पहली हल्की बर्फबारी के बाद दूसरी और तीसरी बार आए बर्फीले तूफान ने भारी तबाही मचाई।
श्रमिकों का संघर्ष: कुछ लोगों ने एक-दूसरे की मदद से खुद को बचाया, लेकिन कई बर्फ के अंदर दब गए।
सेना-आईटीबीपी का रेस्क्यू: जवानों ने बहादुरी से फंसे लोगों को बाहर निकाला, घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
बर्फ में तब्दील हुए कंटेनर: जिस कैंप में श्रमिक रह रहे थे, वह पूरी तरह तबाह हो गया।
डिप्टी मैनेजर अरविंद की दर्दनाक मौत: हादसे से कुछ घंटे पहले उन्होंने घर लौटने की बात कही थी, लेकिन विधि को कुछ और ही मंजूर था।
अब भी जारी है बचाव कार्य: प्रशासन और राहत टीमें अब भी लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं।