60 करोड़ श्रद्धालुओं की अपार भीड़ महाकुंभ 2025 में अनुमानित 60 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे, जिससे अर्थव्यवस्था में भारी उछाल आया।
2. 3 लाख करोड़ रुपये की व्यापारिक गतिविधियां कैट के अनुसार, 45 दिनों में 3 लाख करोड़ से अधिक का व्यापार हुआ, जो पर्यटन और धार्मिक आयोजनों में एक रिकॉर्ड है।
किन सेक्टर्स से हुई सबसे ज्यादा कमाई? रहन-सहन, होटल, भोजन, लॉजिस्टिक्स, धार्मिक सामग्री, कपड़ा, हेल्थकेयर, मीडिया और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में बड़ी आर्थिक हलचल।
प्रयागराज से 150 किमी के दायरे में धन वर्षा अयोध्या, वाराणसी समेत आसपास के शहरों को भी महाकुंभ से आर्थिक फायदा मिला।
धार्मिक पर्यटन बना आर्थिक विकास का इंजन श्रद्धालुओं की भीड़ ने भारत की धार्मिक पर्यटन अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
53 करोड़ श्रद्धालुओं ने अब तक किया स्नान सरकार के मुताबिक, 26 फरवरी तक 53 करोड़ से अधिक लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं।