Published by :- Hritik Soni
Updated on: Wednesday, 12 Feb 2025
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महाकुंभ 2025: माघ पूर्णिमा स्नान पर भक्तों की आस्था का सागर उमड़ा

प्रयागराज, 12 फरवरी 2025 – महाकुंभ 2025 में आज माघ पूर्णिमा पर संगम में पवित्र स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु जुटे हुए हैं। हर-हर गंगे और हर-हर महादेव के उद्घोष से संपूर्ण मेला क्षेत्र भक्तिमय हो गया है। माघ पूर्णिमा के शुभ मुहूर्त के साथ ही मंगलवार शाम 6:30 बजे से श्रद्धालुओं ने स्नान करना प्रारंभ कर दिया था, जो आज शाम 6:30 बजे तक जारी रहेगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस पावन अवसर पर लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाएंगे। संगम तट और मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, जिससे प्रयागराज पूरी तरह से आस्थामय हो गया है।
हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, सीएम योगी ने दी बधाई
माघ पूर्णिमा स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं और साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जा रही है। इससे भक्तों में उत्साह का संचार हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा:
“पावन स्नान पर्व माघ पूर्णिमा की सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई! महाकुंभ-2025 में त्रिवेणी संगम पर पुण्य स्नान हेतु पधारे सभी साधु-संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन! माँ गंगा, माँ यमुना और माँ सरस्वती सभी के मनोरथ पूर्ण करें, यही कामना है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वार रूम से मेले की व्यवस्थाओं पर लगातार निगरानी रख रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़, यातायात और सुरक्षा व्यवस्था सख्त
महाकुंभ 2025 में माघ पूर्णिमा स्नान के चलते मेला क्षेत्र में भीड़ निरंतर बढ़ती जा रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
- काली रोड को भारी भीड़ के कारण आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है।
- ड्रोन कैमरों से भीड़ पर नजर रखी जा रही है।
- मेले में हजारों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
- मेडिकल कैंप और आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है।
महाकुंभ 2025: माघ पूर्णिमा स्नान का धार्मिक महत्व
माघ पूर्णिमा हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र मानी जाती है। यह पूर्णिमा माघ मास में आती है और इस दिन संगम में स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है। शास्त्रों के अनुसार, माघी पूर्णिमा पर स्नान और दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस दिन संगम में स्नान करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि महाकुंभ के दौरान माघ पूर्णिमा स्नान को विशेष महत्व दिया जाता है।
महाकुंभ 2025 माघ पूर्णिमा स्नान से जुड़ी प्रमुख बातें:
✅ संगम तट पर 44 घाटों पर श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं।
✅ 2.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना।
✅ हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा।
✅ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वार रूम से कर रहे निगरानी।
✅ यातायात मार्गों पर कड़ी सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के विशेष इंतजाम।
✅ ड्रोन कैमरों से सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन की निगरानी।
महाकुंभ 2025: माघ पूर्णिमा स्नान से जुड़े FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: माघ पूर्णिमा पर स्नान करने का शुभ मुहूर्त क्या है?
👉 शुभ मुहूर्त 11 फरवरी शाम 6:30 बजे से 12 फरवरी शाम 6:30 बजे तक है।
Q2: महाकुंभ 2025 में माघ पूर्णिमा स्नान का क्या महत्व है?
👉 शास्त्रों के अनुसार, माघ पूर्णिमा पर संगम में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
Q3: महाकुंभ 2025 में माघ पूर्णिमा स्नान के लिए कितने श्रद्धालुओं के आने की संभावना है?
👉 अनुमानित आंकड़ों के अनुसार, लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालु इस दिन स्नान करेंगे।
Q4: क्या माघ पूर्णिमा स्नान के दौरान कोई विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है?
👉 हां, प्रशासन द्वारा ड्रोन कैमरों, हेलीकॉप्टर निगरानी, सुरक्षाकर्मी तैनात करने और मेडिकल कैंप स्थापित करने जैसे विशेष इंतजाम किए गए हैं।
Q5: क्या माघ पूर्णिमा के अवसर पर कोई विशेष आयोजन किया जा रहा है?
👉 हां, इस अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की जा रही है और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 में माघ पूर्णिमा का स्नान श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक और पुण्यकारी अवसर है। संगम तट पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है और पूरे प्रयागराज में भक्ति का वातावरण बना हुआ है। प्रशासन भी सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रख रहा है ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के पुण्य स्नान कर सकें।
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