1998 में प्याज और ड्रॉप्सी बनी थी हार का कारण 1998 में भाजपा सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों (₹50-₹60 प्रति किलो) और मिलावटी सरसों तेल से फैली ड्रॉप्सी बीमारी की वजह से सत्ता से बाहर हो गई थी।
2025 में भाजपा की प्रचंड जीत 26 साल बाद 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने आम आदमी पार्टी (AAP) को हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस बार भाजपा को शहरी और मध्यम वर्ग का जबरदस्त समर्थन मिला।
मोदी लहर और केंद्र सरकार की नीतियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और केंद्र सरकार की योजनाओं (इन्फ्रास्ट्रक्चर, विकास कार्य, महिला सुरक्षा, रोजगार योजनाएं) ने दिल्ली में भाजपा के पक्ष में माहौल बनाया।
आम आदमी पार्टी के खिलाफ नाराजगी AAP सरकार की शराब नीति घोटाले, भ्रष्टाचार आरोपों और प्रशासनिक विफलताओं से जनता में नाराजगी बढ़ी। शिक्षा मॉडल और फ्री योजनाओं पर भी सवाल उठे, जिससे भाजपा को फायदा हुआ।
हिंदुत्व और राष्ट्रवाद की लहर राम मंदिर, कश्मीर, सीएए और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों को भाजपा ने प्रमुखता दी, जिससे खासकर शहरी हिंदू मतदाता भाजपा के पक्ष में आए।
कांग्रेस का कमजोर प्रदर्शन कांग्रेस 70 में से 67 सीटों पर अपनी जमानत तक नहीं बचा सकी। इससे एंटी-AAP वोट भाजपा में शिफ्ट हुआ, जिससे भाजपा को अप्रत्याशित बढ़त मिली।
भाजपा का आक्रामक चुनाव प्रचार अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने दिल्ली में जबरदस्त कैंपेन चलाया। डोर-टू-डोर कैंपेन, सोशल मीडिया रणनीति और रैलियों से मतदाताओं को प्रभावित किया।
मतदाताओं का ध्रुवीकरण भाजपा ने पूर्वांचली, पंजाबी, बनिया और गुजराती समुदायों को एकजुट किया। शाहीन बाग, सीएए और राष्ट्रवाद के मुद्दों पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण किया, जिससे भाजपा को निर्णायक बढ़त मिली।