प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजबूत और निर्णायक नेता के रूप में चित्रण दिल्ली जैसे शहरी इलाकों में बीजेपी के पक्ष में काम करता है। मोदी की छवि और उनका नेतृत्व राष्ट्रीय स्तर पर मतदाताओं को आकर्षित करते हैं।
प्रभावी चुनावी रणनीतियां:
बीजेपी की चुनावी रणनीतियां बहुत आक्रामक होती हैं, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास और राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर जोर दिया जाता है। ये मुद्दे मतदाताओं के बीच गहरे रूप से गूंजते हैं।
बीजेपी का संगठनात्मक ढांचा बहुत मजबूत है, जिसमें जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं और नेताओं का नेटवर्क बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे मतदाताओं तक पहुंचने और उन्हें लामबंद करने में मदद मिलती है।
शहरी मध्यवर्ग को आकर्षित करना:
बीजेपी ने शहरी मध्यवर्ग को आकर्षित करने में सफलता पाई है, खासकर अच्छे शासन, बुनियादी ढांचे के विकास और भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों पर ध्यान केंद्रित करके।
बीजेपी राष्ट्रीय मुद्दों पर जोर देती है, जैसे राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा का रक्षा करना, जिससे स्थानीय मुद्दे गौण हो जाते हैं और पार्टी को वोटों का एकजुट समर्थन मिलता है।
कई बार बीजेपी ने विपक्षी पार्टियों में बंटवारे का फायदा उठाया है। दिल्ली में विपक्ष का एकजुट न होना बीजेपी के पक्ष में जाता है, जिससे वो अपने मतदाताओं को एकजुट कर पाती है।
कुछ नीतियों जैसे जम्मू और कश्मीर में अनुच्छेद 370 का हटाना या नागरिकता संशोधन कानून (CAA) ने एक विशेष वर्ग के मतदाताओं को आकर्षित किया, जो बीजेपी के विचारधारा से सहमत थे।