Published by :- Roshan Soni
Updated on: Thursday, 16 Jan 2025
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मुख्य बातें:
- कल्याण ज्वेलर्स के शेयर में 22% से अधिक गिरावट, लेकिन मजबूत बुनियादी ढांचे और विकास योजनाओं पर भरोसा।
- कंपनी ने ₹435 करोड़ का कर्ज चुकाया और ₹170 करोड़ का डिविडेंड दिया।
- रमेश कल्याणरमन ने कहा, “शेयर की कीमतों के उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज कर लंबी अवधि के फोकस पर ध्यान दें।”
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कंपनी का प्रदर्शन मजबूत

हाल के दिनों में कल्याण ज्वेलर्स इंडिया के शेयरों में 22% तक की गिरावट देखी गई। यह गिरावट तब हुई, जब कंपनी ने Q3 में 39% राजस्व वृद्धि दर्ज की। इस वृद्धि का मुख्य कारण भारत में त्योहारी और शादी के सीजन में मांग का बढ़ना है।
कंपनी के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमन ने कहा कि कंपनी का ध्यान मजबूत बुनियादी ढांचे, कर्ज कम करने और विस्तार योजनाओं पर है। उन्होंने कहा, “हमने पिछले साल ₹435 करोड़ का कर्ज चुकाया और इस साल ₹170 करोड़ और चुकाया है। हमारी नकदी प्रवाह (कैश फ्लो) पिछले 12-18 महीनों में मजबूत रही है।”
शेयर की कीमतों में गिरावट क्यों?
कल्याणरमन के अनुसार, “शेयर बाजार में गिरावट कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें से कुछ हमारे नियंत्रण से बाहर हैं। हमारा काम केवल हमारी रणनीति को सही ढंग से लागू करना है।”
भविष्य की योजनाएं और निवेश के अवसर
- कर्ज मुक्त कंपनी बनने की योजना: कंपनी अगले 1-1.5 साल में ₹745 करोड़ का शेष कर्ज चुकाने की योजना बना रही है।
- नए स्टोर खोलने पर जोर: कर्ज कम होने के बाद कंपनी अधिक कंपनी-स्वामित्व वाले स्टोर खोलने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
- डिविडेंड नीति जारी रहेगी: कंपनी अपने फ्री कैश फ्लो का 50% कर्ज चुकाने और डिविडेंड देने में लगाती है।
क्या शेयर की वर्तमान स्थिति निवेश के लिए सही है?
कल्याणरमन ने कहा, “वर्तमान में शेयर की कीमत में गिरावट नए और मौजूदा निवेशकों के लिए अच्छा अवसर प्रदान करती है। जो लोग पिछली तेजी में निवेश नहीं कर सके, वे अब इसमें शामिल हो सकते हैं।”
भारत का सबसे बड़ा ज्वेलरी ब्रांड बनने का लक्ष्य

कल्याण ज्वेलर्स ने भारत के अग्रणी ज्वेलरी ब्रांड टाइटन को चुनौती देने की योजना बनाई है। कंपनी का लक्ष्य 3-3.5 साल में टाइटन के स्तर तक पहुंचने का है।
क्या कंपनी ज्वेलरी के अलावा अन्य क्षेत्रों में विस्तार करेगी?
कंपनी के अनुसार, भारत का ज्वेलरी बाजार अपार संभावनाओं से भरा है। कल्याण की बाजार हिस्सेदारी वर्तमान में केवल 6-7% है, लेकिन कंपनी हल्के वजन के गहने, लाइफस्टाइल ज्वेलरी और लग्जरी ज्वेलरी जैसे नए क्षेत्रों में भी अवसर तलाश रही है।
निष्कर्ष:
कल्याण ज्वेलर्स का फोकस लंबे समय तक स्थिरता और विकास पर है। वर्तमान में शेयर बाजार में गिरावट निवेशकों के लिए सही समय साबित हो सकती है। कंपनी के मजबूत बुनियादी ढांचे और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए निवेशकों को लंबी अवधि के लिए भरोसा बनाए रखना चाहिए।
कल्याण ज्वेलर्स के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. कल्याण ज्वेलर्स के शेयर की मौजूदा गिरावट का कारण क्या है?
कल्याण ज्वेलर्स के शेयर में गिरावट बाजार के कई बाहरी कारकों, जैसे प्रॉफिट बुकिंग और व्यापक मैक्रोइकोनॉमिक स्थितियों, के कारण हुई है। कंपनी के बुनियादी ढांचे और प्रदर्शन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है।
2. क्या कल्याण ज्वेलर्स में निवेश अभी सही रहेगा?
जी हां, कंपनी के अनुसार, मौजूदा गिरावट नए और मौजूदा निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर है। जिन निवेशकों ने पहले निवेश का मौका गंवा दिया था, वे अब इसमें शामिल हो सकते हैं।
3. कल्याण ज्वेलर्स की कर्ज चुकाने की क्या योजना है?
कंपनी अगले 1-1.5 साल में ₹745 करोड़ का शेष कर्ज चुकाने की योजना बना रही है। इसके बाद, कंपनी अधिक कंपनी-स्वामित्व वाले स्टोर खोलने पर ध्यान केंद्रित करेगी।
4. क्या कल्याण ज्वेलर्स का डिविडेंड पॉलिसी जारी रहेगी?
जी हां, कंपनी अपने फ्री कैश फ्लो का 50% हिस्सा डिविडेंड और कर्ज चुकाने के लिए आवंटित करती है। इस नीति को भविष्य में भी जारी रखने की योजना है।
5. क्या कल्याण ज्वेलर्स भारत का सबसे बड़ा ज्वेलरी ब्रांड बन सकता है?
कल्याण ज्वेलर्स ने तेज गति से विस्तार की योजना बनाई है। अगर यह रफ्तार जारी रही, तो कंपनी अगले 3-3.5 वर्षों में टाइटन के स्तर तक पहुंच सकती है।
6. कल्याण ज्वेलर्स के शेयर का मूल्यांकन (PE Ratio) क्या उचित है?
कंपनी का प्रदर्शन और विकास दर अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर है। हालांकि, इसके मूल्यांकन (PE Ratio) अभी भी बाजार के नेता के समान नहीं हैं।
7. क्या कंपनी ज्वेलरी के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी विस्तार करेगी?
कंपनी का प्राथमिक फोकस ज्वेलरी मार्केट पर है। हालांकि, यह हल्के वजन के गहने, लाइफस्टाइल ज्वेलरी, और लग्जरी ज्वेलरी जैसे क्षेत्रों में अवसर तलाश रही है।
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