कूका आंदोलन के शहीदों को सम्मान

कूका आंदोलन के शहीदों को सम्मान: 17 जनवरी को मालेरकोटला में सरकारी अवकाश की घोषणा

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सरकारी अवकाश की घोषणा

मालेरकोटला की डिप्टी कमिश्नर पल्लवी ने 17 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस दिन सभी सरकारी, अर्द्ध-सरकारी कार्यालय, प्राइवेट स्कूल, शिक्षण संस्थान, और बैंक बंद रहेंगे।

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नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत छुट्टी

कूका आंदोलन का ऐतिहासिक महत्व

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कूका आंदोलन का ऐतिहासिक महत्व

कूका आंदोलन 19वीं सदी में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ पंजाब के मालेरकोटला क्षेत्र से शुरू हुआ था। इसका उद्देश्य अन्याय और अत्याचार का विरोध करना था।

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शहीदों को श्रद्धांजलि देने का उद्देश्य

अवकाश का मुख्य उद्देश्य कूका आंदोलन के दौरान शहीद हुए वीरों को सम्मान देना है। उनके बलिदान को याद कर युवा पीढ़ी को प्रेरणा देने का प्रयास किया गया है।

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शिक्षण संस्थानों पर प्रभाव

अधिकांश स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। हालांकि, जहां परीक्षा चल रही हैं, वहां छुट्टी लागू नहीं होगी ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।

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सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहेंगे

इस अवकाश के तहत सरकारी और अर्द्ध-सरकारी दफ्तरों, बैंकों और अन्य कार्यालयों में भी छुट्टी घोषित की गई है।

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शहीदों की याद में कार्यक्रमों का आयोजन

मालेरकोटला सहित पंजाब के अन्य हिस्सों में इस दिन शहीदों की वीरगाथा को याद करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा

यह दिन शहीदों के बलिदान और उनकी वीरता से प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करता है। इससे युवाओं में देशभक्ति की भावना और इतिहास के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

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