Published by :- Roshan Soni
Updated on: Sunday, 26 Jan 2025
भारत हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है। यह दिन भारतीय संविधान के लागू होने और देश की स्वतंत्रता को मजबूत बनाने का प्रतीक है। इस वर्ष 76वां गणतंत्र दिवस समारोह मनाया जा रहा है, जिसमें देश के सैन्य पराक्रम, सांस्कृतिक विरासत और विकास को दर्शाया जाएगा। आइए जानें इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह की खास बातें।

Contents
- 1 76वां गणतंत्र दिवस मुख्य अतिथि और अंतरराष्ट्रीय सहभागिता
- 2 गणतंत्र दिवस परेड की खासियतें
- 3 ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर झांकियां
- 4 महिलाओं की भूमिका और अन्य पहली बार की गई पहल
- 5 गणतंत्र दिवस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- 6 प्रधानमंत्री द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि
- 7 गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक महत्व
- 8 निष्कर्ष
- 9 Related
76वां गणतंत्र दिवस मुख्य अतिथि और अंतरराष्ट्रीय सहभागिता
इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियान्तो होंगे। वह गणतंत्र दिवस पर भारत आने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति हैं। इससे पहले इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो, 1950 में पहले गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि थे।
इस बार की परेड में इंडोनेशिया का एक मार्चिंग और बैंड दल भी हिस्सा लेगा। यह सहभागिता भारत और इंडोनेशिया के ऐतिहासिक और कूटनीतिक संबंधों को और गहरा बनाएगी।
गणतंत्र दिवस परेड की खासियतें
सैन्य पराक्रम का प्रदर्शन
इस वर्ष परेड में भारत के सैन्य बलों का अद्वितीय प्रदर्शन होगा। पहली बार कई नए रक्षा उपकरण और मिसाइल सिस्टम परेड में शामिल होंगे:
- ब्रह्मोस मिसाइल और प्रलय मिसाइल जैसे अत्याधुनिक रक्षा प्लेटफॉर्म।
- टी-90 भिष्मा टैंक और नाग मिसाइल सिस्टम।
- त्रि-सेवाओं का टेबल्यू – जिसमें थल, वायु और जल सेना का समन्वित प्रदर्शन होगा।
- ‘शशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम पर आधारित रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) का टेबल्यू।
वायुसेना का फ्लाईपास्ट
भारतीय वायुसेना के 40 विमानों और भारतीय तटरक्षक के तीन डोर्नियर विमानों का भव्य फ्लाईपास्ट होगा। इसमें C-130J सुपर हरक्यूलिस, तेजस लड़ाकू विमान, मिग-29 और सुखोई-30 शामिल होंगे।
‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ थीम पर झांकियां
इस बार गणतंत्र दिवस परेड की थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ होगी। 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां और 15 केंद्रीय मंत्रालयों की झांकियां इस विषय को प्रदर्शित करेंगी।
प्रमुख राज्यों की झांकियां
- उत्तर प्रदेश: अयोध्या के श्रीराम मंदिर की झलक।
- उत्तराखंड: केदारनाथ और चारधाम यात्रा।
- गुजरात: विश्व धरोहर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’।
- कर्नाटक: हम्पी और उसके ऐतिहासिक मंदिर।
महिलाओं की भूमिका और अन्य पहली बार की गई पहल
इस बार की परेड में महिलाओं की भूमिका खास होगी।
- कैप्टन रितिका खरेटा – वह सिग्नल कोर की मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी।
- कैप्टन डिंपल सिंह भाटी – वह पहली महिला अधिकारी होंगी जो मोटरसाइकिल पर सैल्यूट करेंगी।
गणतंत्र दिवस से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के लागू होने की याद में मनाया जाता है। यह भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य बनाता है।
2. गणतंत्र दिवस 2025 का मुख्य अतिथि कौन है?
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियान्तो इस वर्ष के गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि हैं।
3. इस बार गणतंत्र दिवस परेड की थीम क्या है?
‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ इस बार की परेड की थीम है।
4. परेड में कौन-कौन से सैन्य उपकरण दिखाए जाएंगे?
ब्रह्मोस मिसाइल, प्रलय मिसाइल, टी-90 टैंक, नाग मिसाइल सिस्टम और त्रि-सेवा का समन्वित प्रदर्शन।
5. वायुसेना का फ्लाईपास्ट कितना खास होगा?
40 विमान और तटरक्षक के तीन डोर्नियर विमान फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे, जिसमें सुखोई-30 और तेजस विमान भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि
परेड शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। यह कार्यक्रम भारत की स्वतंत्रता और उसके लिए दिए गए बलिदानों की याद
गणतंत्र दिवस का ऐतिहासिक महत्व
26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था। यह दिन देश की स्वतंत्रता को मजबूती देने और एक न्यायपूर्ण समाज का निर्माण करने की दिशा में उठाया गया पहला कदम था। इस वर्ष, संविधान को लागू हुए 75 साल पूरे हो रहे हैं।
निष्कर्ष
गणतंत्र दिवस 2025 भारत की सांस्कृतिक धरोहर और सैन्य शक्ति का अनूठा संगम है। यह दिवस न केवल हमारी ऐतिहासिक उपलब्धियों की याद दिलाता है, बल्कि भविष्य की प्रगति और विकास की दिशा भी तय करता है।
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2 thoughts on “76वां गणतंत्र दिवस: भारत का सैन्य पराक्रम और सांस्कृतिक धरोहर का अनूठा प्रदर्शन”