Published by :- Roshan Soni
Updated on: Saturday, 01 Feb 2025
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2023 सिक्किम बाढ़ का कारण और प्रमुख निष्कर्ष
2023 की सिक्किम बाढ़, जिसने 1200 मेगावाट की तीस्ता III हाइड्रोपावर परियोजना को तबाह कर दिया और 55 लोगों की जान ले ली, का कारण बादल फटना नहीं बल्कि ग्लेशियर मलबे का ढहना था। यह खुलासा प्रतिष्ठित साइंस जर्नल में प्रकाशित एक साल की स्टडी में हुआ।
2023 सिक्किम बाढ़ :- क्या था आपदा का कारण?
अध्ययन के अनुसार, लगभग 14.7 मिलियन क्यूबिक मीटर चट्टान, बर्फ और तलछट का मलबा दक्षिण लोनाक ग्लेशियर झील में गिर गया। इस घटना से झील का प्राकृतिक बांध टूट गया और 20 मीटर ऊंची सुनामी जैसी लहर पैदा हुई, जिससे झील से 50 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी (लगभग 20,000 ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के बराबर) बह निकला। इसने केवल दो घंटे में 67 किलोमीटर दूर स्थित हाइड्रोपावर डैम तक पहुंच कर भारी तबाही मचाई।
प्रमुख तथ्य (Key Facts)
- झील का स्तर गिरा: झील का स्तर 28 मीटर तक गिर गया।
- बादल फटने का सबूत नहीं: आसपास के क्षेत्र में कोई बादल फटने की घटना नहीं हुई।
- भूस्खलन: बाढ़ के कारण तीस्ता घाटी में 45 भूस्खलन हुए।
- बर्फीली जमीन का पिघलना: जलवायु परिवर्तन के कारण पर्माफ्रॉस्ट का पिघलना मलबे के अस्थिर होने का मुख्य कारण था।
- भविष्य की चेतावनी: दक्षिण लोनाक झील भविष्य में भी GLOF (Glacial Lake Outburst Flood) के लिए अत्यधिक संवेदनशील बनी हुई है।
अध्ययन में उपयोग की गई तकनीकें
विशेषज्ञों की टीम ने भूकंपीय सिग्नल डेटा, सैटेलाइट इमेजरी और मॉडलिंग तकनीकों का उपयोग कर इस आपदा का पुनर्निर्माण किया। इस अध्ययन में आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) और सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के ग्राउंड डेटा का भी उपयोग किया गया।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
- डॉ. आशिम सत्तार (लीड लेखक): “हमें हिमालय में GLOF जोखिमों को कम करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है जिसमें अर्ली वार्निंग सिस्टम, मजबूत नियमावली, बेहतर मॉडलिंग दृष्टिकोण और सामुदायिक शिक्षा शामिल हों।”
- वोल्फगैंग श्वानहार्ट: “यह घटना हिमालयी जलविद्युत परियोजनाओं की कमजोरियों को उजागर करती है। जलवायु परिवर्तन के कारण भविष्य में ऐसी आपदाएं और बढ़ सकती हैं।”
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न 1: क्या 2023 की सिक्किम बाढ़ का कारण बादल फटना था?
उत्तर: नहीं, इस बाढ़ का कारण ग्लेशियर मलबे का ढहना था।
प्रश्न 2: बाढ़ से कितना पानी झील से निकला?
उत्तर: लगभग 50 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी झील से बाहर निकला।
प्रश्न 3: इस घटना से क्या नुकसान हुआ?
उत्तर: 55 लोगों की मौत, तीस्ता III हाइड्रोपावर परियोजना का विनाश और भारी भूस्खलन हुए।
प्रश्न 4: भविष्य में क्या GLOF की संभावना है?
उत्तर: हां, दक्षिण लोनाक झील अभी भी अत्यधिक संवेदनशील है।
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