Published by :- Roshan Kumar
Updated on: Wednesday ,19 March 2025
महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर छिड़े विवाद के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। संघ के मुख्य प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा कि औरंगजेब आज प्रासंगिक नहीं है। नागपुर हिंसा के बीच संघ ने किसी भी प्रकार की हिंसा को समाज के लिए हानिकारक बताया। इस बयान के कई राजनीतिक और सामाजिक मायने हैं, जो विभिन्न पक्षों के लिए महत्वपूर्ण संदेश देते हैं।
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आरएसएस का बयान और उसका असर
आरएसएस के इस बयान से तीन प्रमुख संदेश उभरकर सामने आए:
- मुगलों के प्रति संघ का स्पष्ट रुख – संघ ने यह साफ कर दिया कि मुगल शासन अब भारत की वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक संरचना में कोई महत्व नहीं रखता।
- फडणवीस सरकार को समर्थन – यह बयान महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
- विपक्ष के लिए चेतावनी – संघ ने यह संदेश भी दिया कि इस मुद्दे पर राजनीतिक फायदा उठाना उचित नहीं है।
नागपुर हिंसा: क्या हुआ था?
सोमवार की रात नागपुर में हिंसा भड़क गई जब अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए प्रदर्शन किया गया। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी शुरू कर दी, जिसमें 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। अब तक 50 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
आरएसएस की प्रतिक्रिया
संघ के संचार प्रमुख ने नागपुर हिंसा पर कहा:
- “किसी भी प्रकार की हिंसा समाज के लिए अच्छी नहीं है।”
- “पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच करेगी।”
- “औरंगजेब और मुगल अब वर्तमान समय में प्रासंगिक नहीं हैं।”
क्या औरंगजेब की कब्र हटाई जानी चाहिए?
जब सुनील आंबेकर से पूछा गया कि क्या औरंगजेब की कब्र हटानी चाहिए, तो उन्होंने कहा “नहीं, यह अप्रासंगिक है।” इसका मतलब यह हुआ कि संघ इस विवाद को आगे न बढ़ाने के पक्ष में है।
निष्कर्ष
आरएसएस का यह बयान साफ करता है कि भारत को अब इतिहास से आगे बढ़कर वर्तमान और भविष्य पर ध्यान देना चाहिए। संघ का रुख साफ है कि हिंसा किसी भी स्थिति में उचित नहीं है और औरंगजेब जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्व अब प्रासंगिक नहीं हैं।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. आरएसएस ने औरंगजेब पर क्या कहा?
आरएसएस के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा कि औरंगजेब आज के समय में अप्रासंगिक हैं।
2. नागपुर हिंसा क्यों भड़की?
नागपुर हिंसा औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर हुए प्रदर्शन के बाद भड़की, जिसमें पुलिस पर पथराव किया गया।
3. क्या आरएसएस ने देवेंद्र फडणवीस का समर्थन किया?
आरएसएस के बयान से यह स्पष्ट है कि वह महाराष्ट्र सरकार के साथ खड़ा है।
4. क्या आरएसएस ने हिंसा की निंदा की?
हाँ, आरएसएस ने किसी भी प्रकार की हिंसा को समाज के लिए हानिकारक बताया है।
5. क्या औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग उचित है?
आरएसएस के अनुसार, औरंगजेब अब प्रासंगिक नहीं है, इसलिए इस पर विवाद करना भी व्यर्थ है।
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